Saturday, 14 January 2017

रिफाईड तेल बीमारी का घर

अपने घर से 4 जहर निकाल दीजिये
1 नमक(एबीसीडी कोई भी नाम का आयोडीन युक्त नमक)
2 रिफाइन सोया तेल( एबीसीडी प्रकार के जो कोलेस्ट्रॉल घटाने का दावा करें )
3 चीनी
4 मैदा
क्या उपयोग करे ?
नमक केवल सेंधा नमक जिसे व्रत में भी खाते हैं
नोट- नमक हमेशा खाना बनाते समय ही डालें
खाना बनने के बाद ऊपर से जो नमक डाल के कोई भी चीज खाते हैं उसमें नुक्सान है।
यदि कोई भी चीज में ऊपर से नमक डाल के खाना हो तो
केवल काला नमक डाल के ही खाएं ।
यानि
खाने बनाने में सेंधा नमक डालना है
और
अन्य चीजों में यदि नमक डालना हो तो
केवल काला नमक ही उपयोग करें
उदहारण
छाछ,
सलाद,
फल,
आदि में काला नमक डालें ।
केवल सरसों का तेल
या तिल तेल
या मूंगफली का तेल ही खाएं ।
और कोई सा भी तेल नहीं ।
रिफाइन्ड न खाएं
सोया आयल न खाएं
सूरज मुखी का तेल न खाएं।
डालडा घी न खाएं
राईस ब्रान्ड तेल न खाएं
पामोलिन तेल न खाएं
ऑलिव आयल न खाएं
गंभीर बात सोचने योग्य🤔🤔
जिस तेल, रिफाइंड, डालडा घी, को हम कान में नहीं डाल सकते
सिर में नहीं लगा सकते
नाक में नहीं डाल सकते
किसी भी चोट या अन्य उपचार में प्रयोग नहीं कर सकते उसे
शरीर के अंदर कैसे डाल सकते हैं (कैसे खा सकते हैं)???
सोच कर विचार कीजिये ???
चोट लगती है
सरसों का तेल हल्दी से लगा ते हो या रिफाइड या राइस ब्रान्ड 🤔???
विज्ञापन का दौर चरम पर है
आप को टीवी पर
कुछ भी दिखा दिखा के मूर्ख बना सकते हैं कम्पनी वाले
और इसमें कुछ गद्दार डॉ भी साथ दे रहे हैं 😬
आप अपने विवेक से विचार करो
क्या कभी रिफाईन्ड तेल कान में डाला है आप की माता दादी नानी ने ??
क्या रिफाइन तेल लगाया है कभी आप ने अपने सर में क्या आप की नानी दादी ने कभी डालडा घी से सिर की मालिश करी है ?? नहीं न तो जो तेल हम शरीर के बाहर नहीं लगा सकते उसे टीवी के विज्ञापन के चक्कर में फँस कर खा रहे हैं
सोचो मित्रों गंम्भीरता से सोचो ।
अगर मार्किट में मुझे अपनी दुकान चलानी है तो मुझे कुछ न कुछ अलग दिखाना होगा इस लिए तेल को केमिकल डाल डाल कर फिलटर कर रहे हैं और कुछ् अलग करने के चक्कर में तेल के गुण खराब कर रहे हैं
जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानि कारक है। चीनी सफेद जहर है धीरे धीरे अपने घर से अलविदा करते जाओ और गुड़ का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करो। धीरे धीरे आप आदत बदले नहीं बदलोगे तो नजदी की डॉ महीने में बीपी थाइरोईड मोटापा की दवा देता ही रहेगा अब आप को तय करना है आप ये 4 परिवर्तन करते है या फिर विज्ञापन के जाल में फँसे रहे । खाना बनाने के लिए मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग करें, इसमें पोषक तत्व नस्ट नहीं होते । एलुमिनियम और नॉन स्टिक को कहें अलविदा ।

राजेंद्र अग्रवाल

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