Wednesday, 22 January 2020

गुर्दे की पथरी के उपाय

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*👨🏻‍🦱👉🏿गुर्दे की पथरी के उपाय👈🏿👩🏻*



🌹👉🏿गुर्दे की पथरी में कुल्थी का उपयोग रामबाण सिद्ध होता है। 250 ग्राम कुल्थी को 3 लीटर पानी में रात भर के लिए भिगो दे। सुबह इस पानी को आंच पर चढ़ा दे , जब पानी आधा रह जाए तब इसे निचे उतार कर ठंडा कर ले। अब 50 ग्राम गाय के देशी घी का इसमें छोंकन लगाये। छोंक में जायके के लिए सेंधा नमक , हल्दी , जीरा और काली मिर्च अल्प मात्रा में दाल सकते है। इस तैयार औषधि का उपयोग 250 ग्राम से 500 ग्राम की मात्रा में कर सकते है। इसका इस्तेमाल 1 से 2 सप्ताह तक लगातार करने से गुर्दे की कैसी भी पथरी हो गल कर निकल जायेगी।

👉🏿250 ग्राम गाय के मट्ठे में 6 ग्राम जवाखार डालकर रोगी को सुबह शाम पिलाने से गुर्दे की पत्थरी के कारण होने वाले दर्द से छुटकारा मिलता है।

 👉🏿10 ग्राम इलायची के दाने , 10 ग्राम शिलाजीत एवं 6 ग्राम पीपल – इन सभी को बारीक़ पीसले । तैयार चूर्ण में 25 ग्राम की मात्रा में पीसी हुई मिश्री मिलाएं। इस चूर्ण का इस्तेमाल 1 – 1 चम्मच की मात्रा में सुबह – शाम करने से जल्द ही गुर्दे की पत्थरी से निजात मिलती है।

👉🏿गुर्दे की पत्थरी में मुली के बीज भी काफी फायदेमंद होते है। दो गिलास पानी में 30 ग्राम मुली के बीज डालकर आग पर अच्छी तरह उबाले । जब एक गिलास पानी बचे तो इसे छानकर दिन में दो बार सेवन करे।यह प्रयोग भी गुर्दे की पत्थरी में काफी लाभ देता है।

👉🏿 गुर्दे की पत्थरी से होने वाले दर्द से बचने के लिए👈🏿* काले लोहे की अंगूठी अपने सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में पहने ।इससे गुर्दे की पत्थरी का दर्द कम होता है ।दरश्ल मध्यमा अंगुली का दबाव बिंदु गुर्दे से संबंधित होता है ।इसलिए अंगूठी पहनने से गुर्दे की पत्थरी के कारण होने वाले दर्द में आराम मिलेगा।

👉🏿पालक का रस एक कप एवं नारियल का पानी एक कप दोनो को मिलाकर नित्य 15 दिनों तक सेवन करने से गुर्दे की पत्थरी गल कर बाहर निकल जाती है।

👉🏿गाजर के बीज और शलजम के बीज – दोनों को 3 – 3 ग्राम की मात्रा में लेकर  एक मुली को अन्दर से खोखला कर के इसमें भर दे ।इस मुली का मुंह गाजर की छीलन से भर दे और इसे उपलों की आग में दबा दे । जब मुली भुन जाए तब इसे उपलों की आग से बाहर निकाल कर इसमें से बीज निकाल ले। बीजो को 2 – 2 ग्राम की मात्रा में सुबह – शाम सेवन करने से मूत्र की वर्द्धि होगी एवं पत्थरी भी गल कर बाहर निकल जायेगी।

👉🏿 गोखरू का चूर्ण 10 की मात्रा में 25 ग्राम शहद में मिलाकर चाटने से भी गुर्दे की पथरी में आराम मिलता है।इसके साथ में प्याज का 4 चम्मच रस सुबह और शाम पीना काफी फायदेमंद साबित होता है।

👉🏿गुर्दे की पत्थरी में पथ्य और अपथ्य आहार👈🏿* जिस व्यक्ति को गुर्दे की पत्थरी हो उसे शीघ्र पचने वाले आहार ग्रहण करने चाहिए । गेंहू और जौ की रोटी , हरी सब्जियां, मुंग की दाल , मौसमी फल और इसका रस , जौ और नारियल का पानी का सेवन करना चाहिए।इसके आलावा पुराने चावल , मुली , गाजर , अदरक , दूध , मट्ठा ,  दही और निम्बू का रस भी पथरी के रोगी के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होता है.अधिक पानी का सेवन करे ताकि मूत्र के आने की परवर्ती बढे और पथरी जल्दी ही बाहर निकले।

👉🏿सावधानी👈🏿*  मीठा , मक्खन , घी , तेल , चीनी , शराब , मांस , चाय , कोफ़ी और नशीले पदार्थो का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।क्योकि इनके इस्तेमाल से पत्थरी और अधिक सख्त बनती है।

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